पर्यावरण प्रदूषण निबंध हिंदी | Environmental Pollution Essay in Hindi

Set 1: पर्यावरण प्रदूषण निबंध हिंदी | Environmental Pollution Essay in Hindi

हमारी पृथ्वी सचमुच अनुपम है क्योंकि इस पर जीवन है। सारे ब्रह्मांड में यही एक मात्र ऐसा ग्रह है जहाँ जीवन पाया जाता है। अन्य सभी ग्रह और आकाशीय पिंड मृत हैं। अर्थात् । उनमें जीवन का अभाव है। पृथ्वी पर जीवन होने का एकमात्र कारण यहाँ का विशेष वातावरण है।

हमारे वातावरण में जल, वायु, प्रकाश, मिट्टी आदि तत्वों का उचित संतुलन है। यह संतुलन जीवन के अनुकूल है। वातावरण में असंतुलन जीवन के लिये अभिशाप है। तेजी से बढ़ती हुई जनसंख्या, उद्योगधंधों के प्रसार, आवागमन साधनों की प्रचुरता आदि से अब इस संतुलन में कमी आ रही है और प्रदूषण बढ़ रहा है। फैक्ट्रियाँ, मिलों, वाहनों से निकलने वाले धुएँ, घरों आदि का कूड़ाकचरा दिनोंदिन बढ़ता जा रहा है।

इससे कार्बनडाईऑक्साइड की मात्रा बहुत बढ़ गई है तथा प्राणवायु ऑक्सीजन में भारी गिरावट आ रही है। वनों वृक्षों आदि की अंधाधुंध कटाई और विनाश ने स्थिति को और भयावह बना दिया है। पेड़पौधों से हमें ऑक्सीजन मिलता है। ये वातावरण को शुद्ध व ताजा रखते हैं। धुएँ, जहरीली गैसें और कार्बनडाईऑक्साइड से वातावरण में जहर घुलता जा रहा है, और नईनई जानवलेवा बीमारियाँ उत्पन्न हो रही हैं। पर्यावरण प्रदूषण के कारण जीवजंतुओं और वनस्पतियों की अनेक प्रजातियाँ लुप्त हो गई हैं और अन्य अनेक लुप्त होने की कगार पर हैं।

परमाणु विस्फोट, रसायनिक खाद, कीटनाशक आदि के अनुचित प्रयोग से पर्यावरण प्रदूषण का खतरा और गहरा होता जा रहा है। समय रहते यदि इसे नहीं रोका गया तो महाविनाश हो सकता है। वायुमण्डल के अतिरिक्त हमारी धरती, समुद्र, नदियाँ, तालाब आदि भी प्रदूषित होते जा रहे हैं।

Set 2: पर्यावरण प्रदूषण निबंध हिंदी | Environmental Pollution Essay in Hindi

पर्यावरण प्रदूषण वह समस्या है जो हमारे प्राकृतिक सांसार को बुरी तरह से प्रभावित कर रही है। यह एक ऐसा मुद्दा है जिसने आधुनिक जीवनशैली और तकनीकी विकास के साथ हमारे चारों ओर के आस-पास के पर्यावरण को किसी भी प्रकार से नकारात्मक प्रभावित किया है।

प्रदूषण के प्रकार: प्रदूषण के कई प्रकार हैं, जिनमें वायु, जल, और भूमि प्रदूषण शामिल हैं। वायु प्रदूषण में वायुमंडल में विभिन्न विषाणु, धूल, धुएं और अन्य विषाणुओं के कारण होने वाले प्रदूषण को शामिल किया जाता है। जल प्रदूषण में नदियों, झीलों, और समुद्रों में आने वाले विभिन्न रासायनिक पदार्थों के कारण होने वाले प्रदूषण को शामिल किया जाता है। भूमि प्रदूषण में उपयोग के लिए विभिन्न रासायनिक और अन्य पदार्थों के कारण होने वाले प्रदूषण को शामिल किया जाता है।

प्रदूषण के कारण: प्रदूषण के मुख्य कारणों में उदाहरण स्वरूप उद्योगों से निकलने वाले अपशिष्ट धूप, औद्योगिक कचरा, और वायुमंडल में जलते तेल का प्रदूषण शामिल हैं। और इसके अलावा, वायुमंडल में गैसों की अधिकता, उच्च विकासशील शहरों में वायुमंडलीय प्रदूषण, जलवायु परिवर्तन, और लोगों के अज्ञान और अव्यवस्थितता से होने वाले प्रदूषण का समर्थन किया जा सकता है।

प्रदूषण के प्रभाव: प्रदूषण के प्रभावों में स्वास्थ्य समस्याएं, जैव विविधता की हानि, जलवायु परिवर्तन, और अन्य प्राकृतिक प्रणालियों में बिघड़ शामिल हैं। इसके अलावा, अधिकांश प्रदूषण के कारण यात्रा, पैदल यात्रा, और बाइसाइकिलिंग को भी प्रभावित कर रहे हैं।

प्रदूषण को कम करने के उपाय:

  • उद्योगों में पर्यावरण के साथ सहयोगी प्रदूषण नियमों को लागू करें।
  • जल, वायु, और भूमि प्रदूषण को रोकने के लिए उपयोगशील तकनीकों का अधिग्रहण करें।
  • लोगों को जागरूक करें और उन्हें इन्हें कम करने के लिए उत्साहित करें।
  • वृक्षारोपण और वन्यजन्य जीवन को बढ़ावा दें ताकि जल, वायु, और भूमि प्रदूषण को कम किया जा सके।

निष्कर्ष: प्रदूषण एक गंभीर समस्या है जो हम सभी को साझा करना होगा। इसका सामना करने के लिए हमें समृद्धि, सामाजिक जागरूकता, और नैतिकता की दिशा में काम करना होगा ताकि हम आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वस्थ और सुरक्षित पर्यावरण छोड़ सकें।

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