समाचार पत्र पर निबंध

समाचार पत्र पर निबंध

मानव पृथ्वी पर सबसे अधिक विवेकशील प्राणी है। मानव में आवश्यकताएँ अनेक हैं जिनमें वे समाचार व सूचना भी एक है। मानव सामाजिक प्राणी होने के कारण प्रतिदिन विभिन्न प्रकार की सूचनाओं से अवगत होना चाहता है। इन सूचनाओं के अवगत होने का एक प्रमुख माध्यम समाचार-पत्र हैं। समाचार पत्रों में विभिन्न प्रकार की सूचनाएँ प्रतिदिन प्रकाशित होती रहती हैं।

लोग देश-विदेश की विविध खबरों एवं घटनाक्रम के विषय में जानकारी प्राप्त करने हेतु समाचार पत्रों को पढ़ते हैं। दूसरे शब्दों में यह कहा जा सकता है कि मानव विश्व से जुड़े रहने के लिए समाचार-पत्रों के माध्यम से व्यापक ज्ञान प्राप्त करता है और मनुष्य के जिज्ञासु प्रवृत्ति की वजह से समाचार-पत्र का प्रकाशन प्रारम्भ हुआ।

वास्तव में मानव जीवन में समाचार पत्रों का विशिष्ट योगदान है। इंडिया गजट’ नामक समाचार-पत्र विश्व का और “उदन्त मार्तण्ड” हिन्दी का पहला प्रकाशित होने वाला समाचार पत्र है।

हिन्दी का सर्वप्रथम समाचार-पत्र ‘उदन्त मार्तण्ड’ कलकत्ता से प्रकाशित हुआ। आज हिन्दी-अंग्रेजी के सैकड़ों अखबारों में से प्रमुख हैं- हिन्दुस्तान, हिन्दुस्तान टाइम्स, नवभारत टाइम्स, टाइम्स ऑफ इंडिया, दैनिक जागरण, जनसत्ता, पंजाब केसरी, पायोनियर, इंडियन एक्सप्रेस, ट्रिब्यून, स्टेट्समैन आदि।

वर्तमान दौर में समाचार-पत्र एक ऐसा साधन बन चुका है जो मानव को सम्पूर्ण विश्व से जोड़ता है। प्रातः होते ही संसार की महत्त्वपूर्ण जानकारियाँ समाचार-पत्र द्वारा हमारी टेबल पर उपलब्ध हो जाती हैं। अतः ‘समाचार पत्र संसार का दर्पण हैं’ कहना गलत नहीं होगा। आधुनिक समय की गति एवं स्वभाव की जानकारी एवं देश के स्थिति जानने के लिए क्षेत्र का दैनिक समाचार पत्र अवश्य देखना चाहिए। समाचार-पत्रों के माध्यम से लोकतन्त्र की रक्षा होती है।

लोकतन्त्र की सफलता हेतु यह जरूरी है कि जनता सब कुछ जाने और अपनी इच्छा-अनिच्छा को प्रकट करे। ऐसी जनता ही जागरूक और लोकतन्त्र के योग्य कही जाती है। दुनिया के बड़े-बड़े तानाशाह भी समाचार-पत्र से भयभीत रहते हैं।

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